Motihari News : मधुबनी-नेपाल बॉर्डर के पास SSB जवान की पोस्टिंग थी। मां का हार्ट का इलाज चलता है। उसी का इलाज कराने के लिए 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आये थे। चार रोज बाद वह वापस ड्यूटी पर जाने वाले थे।
मोतिहारी में अपराधियों ने SSB जवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वह अपनी मां का इलाज करवाकर भाई पटना लौट रहे थे। इसी दौरान चार अपराधियों ने जवान को रोक लिया और पैसे की मांग करने लगा। जवान ने विरोध किया तो अपराधियों ने उसे गोली मार दी। घायल जवान के भाई और बीमार मां उसे अस्पताल लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टर ने जवान को मृत घोषित कर दिया। घटना चिरैया थाना क्षेत्र के नयाका टोला के पास की है।
हत्या के आरोप में एक अपराधी गिरफ्तार
इधर, SSB जवान की हत्या की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। आसपास के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन में जुट गई। पुलिस के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इस संबंध में मोतिहारी एसपी कांतेश मिश्रा ने बताया कि घटना के कुछ ही समय के अंदर एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसकी एसएसबी के जवान के भाई ने पहचान कर ली। अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। मृत एसएसबी के जवान घोडासाहन थाना क्षेत्र के सेखौन बगहा गांव निवासी मनोज कुमार (40) के रूप में हुई है।
पटना से मां का इलाज करवाकर लौट रहे थे
मृत एसएसबी के जवान धर्मेंद्र कुमार के बड़ा भाई मनोज कुमार ने बताया कि मैं, अपनी मां और भाई (SSB जवान) मेरी मां 60 वर्षीय सवारी देवी और भाई 40 वर्षीय धर्मेद्र तीनो पटना पारस हॉस्पिटल गए थे, जहा मां का हार्ट का इलाज चल रहा है। वहां से ट्रेन से मोतिहारी आया। यहां से बाइक से तीनो घर जा थे। बुधवार देर रात करीब 11 से 12 बजे के बीच चिरैया थाना के नयका टोला हनुमान मंदिर के पास दो अपराधियों ने गाड़ी रोकने को कहा। जब भाई गाड़ी रोका तो वह कहने लगा कि पैसा दो हम कहे की पैसा नहीं है। बस वहां मौजूद दूसरे ने कहा कि गोली मार दो और भाई के हाथ में गोली मार दी। वहां से फरार हो गया। करीब आधे घंटे तक इंतजार किया तो पुलिस की गाड़ी आई उस पर लाद कर मोतिहारी रहमानिया मेडिकल सेंटर पहुंचे। यहां इलाज के दौरान डॉक्टर में उसे मृत घोषित कर दिया।
दस दिन पहले छुट्टी पर घर आए थे SSB जवान
मनोज ने बताया कि मेरा भाई एसएसबी में था। मधुबनी-नेपाल बॉर्डर के पास उसकी पोस्टिंग थी। मां का हार्ट का इलाज चलता है। उसी का इलाज कराने के लिए 15 दिन की छुट्टी लेकर घर आया था। चार रोज बाद वह वापस ड्यूटी पर जाने वाला था। तब तक यह घटना हो गई। जवान की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह अपने पीछे दो बेटी 18 वर्षीय निधि कुमारी, 15 वर्षीय रेशू कुमारी और एक बेटा 14 वर्षीय ओम कुमार छोड़ गए।