शहर के रक्षक इमरजेंसी हॉस्पिटल के प्रांगण में क्रिस्टा आई वी एफ द्वारा आयोजित शिविर में भाग लिए सभी दंपति से जांच शिविर के दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ सीनियर डॉक्टर पूजा कुमारी ने सभी को बताया की निः संतानता लाईलाज नहीं है। बल्कि हर कोई इस समस्या से चिकित्सीय निर्देशन में समय रहते परामर्श का अनुसरण करेगा तो इससे निजात पा सकता है। आई वी एफ के सहयोग से हर दंपति संतान सुख का भागीदार बन सकता है। शिविर में पहुंचे लगभग 80 की संख्या में उपस्थित स्त्री व पुरुष को संबोधित करते हुए रक्षक इमरजेंसी हॉस्पिटल की प्रबंध निदेशक डॉक्टर प्रीति पाण्डेय ने सभी मरीजों से कहा कि ऐसे परिस्थिति में जब आपके बच्चे नहीं होते हैं तो घर में ताने सुनने को मिलने लगते है।
इसमें ज्यादातर प्रताड़ना महिलाओं के साथ होती है। अनेक विपरीत शब्दों से यह समाज और आस पास पड़ोस और कभी कभी तो घर में ही लोग बुलाने लगते हैं। ऐसे वक्त में हर पति को यह समझना होगा की आखिर समस्या की मूल जड़ क्या है और उसका समाधान क्या है। जबकि हमलोग समस्या को सुलझाने के बजाय एक नई समस्या को जन्म देते हैं।
डॉ प्रीति पांडेय ने बताया कि जिस महिला को संतान नहीं हो रहा उसका उसमे दोष भी है या नहीं इस बात को दरकिनार करते हुए उसे मानसिक अवसाद की दुनिया में धकेल दिया जाता है। तो आज जितने भी पुरुष यहां उपस्थित है उनके स्वयं से संकल्प लेने की जरूरत है की अपने साथ भी और समाज में किसी अन्य के घर भी ऐसी समस्या के वजह से परिवार में तनाव है तो उन्हे यहां से जो उचित मार्गदर्शन और आई वी एफ के बारे में प्राप्त जानकारी को साझा करें। बताए की निः संतानता का भी हल है।
ऐसा करके आप दो परिवार को भी बचा कर इस नेक कार्य में सहभागी हो सकते हैं। साथ ही इस कार्य को सफल संचालन में प्रमुखता से मार्गदर्शन प्रदान करने हेतु डॉक्टर पी आर किशोर को आभार ज्ञापित किया गया।